शुक्लागंज। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के ट्रांस गंगासिटी के गेट नंबर दो व तीन के बीच शुक्रवार को दोपहर स्कूटी से जा रही मेडिकल की दो छात्राओं को विपरीत दिशा से आ रहा तेज रफ्तार अज्ञात वाहन टक्कर मारते हुए निकल गया। टक्कर लगने से स्कूटी अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे झाड़ियों में जा घुसी। इस हादसे में दोनों छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। पुलिस ने दोनों को उन्नाव जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां एक की मौत हो गई। दूसरी घायल छात्रा को कानपुर रेफर किया गया है। दोनों छात्राएं कानपुर के नवाबगंज स्थित एक प्राइवेट कॉलेज से रेडियोलॉजिस्ट की पढ़ाई कर रही थीं।
उन्नाव के दही थाना क्षेत्र के ओरहर आवास विकास मोहल्ला निवासी राघवेंद्र सिंह की पुत्री महिमा सिंह (19) और सफीपुर थाना क्षेत्र के जमालुद्दीनपुर गांव निवासी अमित त्रिवेदी की पुत्री वैष्णवी त्रिवेदी (19) कानपुर के नवाबगंज के एक कॉलेज में रेडियोलॉजिस्ट (प्रथम वर्ष) की छात्रा थीं। शुक्रवार को दोपहर दोनों सहेलियों रोजाना की तरह स्कूटी से कानपुर से लौट रही थी। रास्ते में ट्रांस गंगासिटी के गेट नंबर दो व तीन के बीच अज्ञात वाहन की टक्कर से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गईं। पुलिस ने दोनों को उन्नाव जिला अस्पताल भेजा। वहां महिमा सिंह को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वैष्णवी को कानपुर के लीलामनी अस्पताल रेफर कर दिया। महिमा की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। महिमा के पिता राघवेंद्र सिंह की कानपुर के स्वरूप नगर में मेडिकल स्टोर है। उधर, गंगाघाट कोतवाली प्रभारी निरीक्षकअनुराग सिंह ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। टक्कर मारने वाले वाहन के बारे में पता लगाया जा रहा है।
उधर, गंगा बैराज चौकी प्रभारी मान सिंह ने बताया कि अज्ञात वाहन की टक्कर से स्कूटी के परखचे उड़ गए। हेलमेट स्कूटी से कुछ दूरी पर पड़ा मिला है। ट्रांस गंगासिटी के गेट नंबर एक व दो के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
मां बोली, स्कूटी लेने को मना किया था
शुक्लागंज। छात्रा महिमा की मां रिंकी सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले ही बेटी की जिद पर स्कूटी ली गई थी। जबकि उन्होंने इसका विरोध किया था। वहीं, पिता का कहना है कि बेटी डॉक्टर बनना चाहती थी, लेकिन ईश्वर ने उसे हमसे छीन लिया। परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है।