रायबरेली। हरचंदपुर व सरेनी क्षेत्र में 112 सड़कों के नवीनीकरण के लिए टेंडर जारी करने में मनमानी की गई। लोक निर्माण विभाग खंड द्वितीय ने हर सड़क का अलग-अलग टेंडर निकालने के बजाय समूह बनाकर सिर्फ 37 टेंडर निकाले हैं। इससे जहां छोटे ठेकेदार काम पाने से वंचित रह गए, वहीं सरकार को भी एक लाख 43 हजार रुपये की चपत लगेगी।
आरोप है कि चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए ये मनमानी की गई। बात अधीक्षण अभियंता तक पहुंची तो उन्होंने टेंडर निरस्त करते हुए नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने का आदेश अधिशासी अभियंता को दिया है। हरचंदपुर और सरेनी विधानसभा क्षेत्र में आठ करोड़ रुपये से 112 सड़कों का नवीनीकरण कराया जाना है। इसके लिए 25 जनवरी को 37 टेंडर निकाले गए हैं।
नाम न छापने की शर्त पर कुछ ठेकेदारों ने बताया कि प्रत्येक सड़क का अलग-अलग टेंडर निकालने के बजाय चार-पांच सड़कों का समूह बनाकर टेंडर निकाले गए हैं। ऐसा बड़े ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है। यदि अलग-अलग टेंडर निकाले जाते तो ज्यादा ठेकेदारों को काम मिलता और सरकार के राजस्व की हानि भी नहीं होगी। सड़कों की गुणवत्ता भी अपेक्षाकृत ठीक रहती।