रायबरेली। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की जांच कराने के लिए मंगलवार को पहुंचे मरीजों को 14वें दिन भी राहत नहीं मिली। शासन से तय एजेंसी के इंजीनियर मशीन को ठीक करने के लिए दिनभर माथापच्ची करते रहे, लेकिन फाल्ट तक खोज नहीं सके। शाम को इंजीनियरों की टीम बिना मशीन को ठीक किए लौट गई। ऐसे में मरीजों को सीटी स्कैन जांच के लिए बाहर जेब ढीली करनी पड़ रही है।
जिला अस्पताल में लगी सीटी स्कैन मशीन बीती 22 जनवरी की सुबह खराब हो गई। साइरेक्स एजेंसी के अधिकारियों को सूचना देकर मशीन को ठीक कराने के निर्देश दिए गए। सीएमएस डॉ. प्रदीप अग्रवाल और सीनियर रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अल्ताफ हुसैन ने कई बार फोन भी किया। एजेंसी के इंजीनियर मंगलवार को मशीन ठीक करने के लिए पहुंचे। दिनभर माथापच्ची की, लेकिन मशीन को ठीक करना तो दूर फाल्ट तक खोज नहीं सके। शाम को इंजीनियर लौट गए।
मंगलवार को भी मरीजों ने मशीन के ठीक होने का घंटों इंतजार किया, लेकिन बाद में मायूस होकर लौट गए। मशीन के ठीक न होने से सड़क हादसे के बाद आने वाले मरीजों को ज्यादा समस्या हो रही है।
जिला अस्पताल में लगी सीटी स्कैन मशीन हिटैची की है। शासन से मरम्मत की जिम्मेदारी साइरेक्स एजेंसी को दी गई है। शायद इसी कारण मंगलवार को इंजीनियर मशीन में फाल्ट नहीं खोज सके। जब तक हिटैची कंपनी से मशीन का साफ्टवेयर नहीं मिलेगा, तब तक मशीन के ठीक होने की उम्मीद नहीं है।
पूर्व में एक अल्ट्रासाउंड मशीन भी इसी चक्कर में खराब हो गई। इसका खामियाजा मरीजों को ही भोगना पड़ रहा है। हिटैची के इंजीनियरों के आने के बाद ही सीटी स्कैन मशीन के ठीक होने की उम्मीद है।
सीटी स्कैन मशीन को ठीक करने के लिए साइरेक्स एजेंसी के इंजीनियर आए थे। मशीन ठीक नहीं हो सकी। एजेंसी के अधिकारियों को दोबारा इंजीनियर भेजकर मशीन को ठीक कराने के निर्देश दिए गए हैं। उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।