रायबरेली। महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं से टोल के नाम पर अवैध वसूली करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनाें खुद को नगर पालिका परिषद रायबरेली का कर्मचारी बता रहे थे। पैसा न देने पर श्रद्धालुओं को जानमाल की धमकी भी देते थे। दोनों के खिलाफ रिश्वत लेने, जबरन वाहन सवार श्रद्धालुओं को रोकने का केस दर्ज किया गया है।
एक वाहन सवार श्रद्धालु रंजीत का दो दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें रंजीत ने आरोप लगाया था कि टोल के नाम पर रायबरेली-अयोध्या हाईवे शारदा नहर के निकट खसपरी तथा रायबरेली-सुल्तानपुर हाईवे के निकट गड़ेरियन का पुरवा मजरे राही पर अवैध वसूली की जा रही है। वह संगम में स्नान के बाद अयोध्या से मथुरा जा रहे थे। उनसे 300 रुपये की वसूली की गई है।
नगर पालिका परिषद रायबरेली के अधिशासी अधिकारी स्वर्ण सिंह ने बताया कि पालिका के जितने भी वाहन स्टैंड हैं, उनके ठेकेदारों को अवैध वसूली न कराने की हिदायत दी गई है। रायबरेली-सुल्तानपुर हाईवे पर गोवर्धन प्रसाद के नाम वाहन स्टैंड है। अवैध वसूली का मामला संज्ञान में आने पर वाहन स्टैंड के टेंडर को निरस्त करने की प्रक्रिया कराई जा रही है। पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए गए आरोपी नगर पालिका के कर्मचारी नहीं हैं।