रायबरेली। ट्रांसफार्मरों में लगी कॉपर की पटिया चोरी होना बंद नहीं हुई तो गर्मी में शहर की ढाई लाख आबादी को बिजली संकट से जूूझना पड़ेगा। वजह, पटिया चोरी होने से लोड बढ़ने व लाइन में फाल्ट आने पर ट्रांसफार्मर फुंकने की आशंका बढ़ जाती है। एक सप्ताह में सात लाख कीमत की 10 पटिया चोरी हो चुकी हैं। पुलिस चोरों को पकड़ नहीं सकी है।
शहर क्षेत्र की आबादी करीब ढाई लाख है। भरपूर बिजली उपलब्ध कराने के लिए 63 से लेकर 400 केवीए तक के करीब 950 ट्रांसफार्मर लगे हैं। गर्मी में बिजली की मांग बढ़ने या फिर कहीं लाइन में फाॅल्ट आने पर ट्रांसफार्मर खराब होने का डर रहता है। इससे उपभोक्ताओं को बिजली संकट से जूझना पड़ता है।
विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता आनंद प्रकाश वर्मा ने बताया कि ट्रांसफार्मर खराब न हो, इसके लिए 400 केवीए के 45 ट्रांसफार्मरों में ट्रॉली लगाई गई है। ट्राॅली में फ्यूज, कॉपर की पटिया लगी होती है। लाइन में दिक्कत होने पर फ्यूज उड़ जाता है। इससे ट्रांसफार्मर को कोई हानि नहीं होती। फ्यूज जोड़कर कुछ देर में बिजली बहाल कर दी जाती है।
पटिया चोरी होने के कारण शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था पटरी से उतर गई है। शहर क्षेत्र को 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने का शेड्यूल है। बावजूद इसके हर दिन चार से पांच घंटे बिजली गुल रहती है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है। जिला अस्पताल चौराहा निवासी शोभित मिश्रा, विकास नगर निवासी संजय अग्निहोत्री कि बाजार निवासी शमीम कहते हैं कि बिजली व्यवस्था गड़बड़ होने से परेशानी झेलनी पड़ती है।
शहर में अब तक नयापुरवा, मल्होत्रा प्लाट निराला नगर, आशीर्वाद स्कूल शक्तिनगर, अनवरनगर, गल्ला मंडी, डबल फाटक, बॉम्बे धर्मकांटा रतापुर समेत 10 जगह लगे ट्रांसफार्मरों से सात लाख की पटिया चोरी हो गईं। चोराें को पकड़ने की कौन कहे, पुलिस ने अब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। इससे बिजली कर्मियों में नाराजगी है। उधर, सीओ सदर अमित सिंह का कहना है कि पटिया चोरी करने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। कार्रवाई होगी।