अफगानिस्तान में तालिबान को पाल पोस रहे पाकिस्तान के सामने टीटीपी के रूप में पुरानी मुसीबत नए रूप में सामने आ गई है। टीटीपी यानी तहरीके तालिबान पाकिस्तान ने अफगान सीमा पर पाक रेंजर्स और सैनिकों पर हमले शुरू किए तो इमरान खान की सरकार बैकफुट पर आ गई। सबको पता है कि टीटीपी भी अपने अफगान लड़ाकों की तरह कट्टर और क्रूर है। ऐसे में पाकिस्तान ने तालिबान लीडरशिप ( संगठन के सभी बड़े नेता) को चीन के विदेशमंत्री वांग वी से मिलने तियानजिन भेज दिया। लेकिन, चीन के विदेश मंत्री ने मदद के कुछ टुकड़ों का लालच दिखाने के साथ तालिबान को इतनी तेज आंखें दिखाईं कि उसके नेताओं को वापस लौटने के अलावा कोई रास्ता नजर नही आया। चीन ने तालिबान से साफ कहा कि वह टीटीपी जैसे उन संगठनों की मदद बंद करे जिनसे पाक और चीन को खतरा है।