पलियाकलां/बांकेगंज (खीरी)। चंद घंटों के अंतराल पर बुधवार की सुबह एक बाघ और एक बाघिन की मौत हो गई। सुबह करीब चार बजे पलियाकलां क्षेत्र में दो लोगों पर हमले से गुस्साए ग्रामीणों ने बाघिन को पीट-पीट कर मार डाला। वहीं, किशनपुर सेंक्चुरी क्षेत्र के भीरा-पलिया हाईवे पर तेज रफ्तार कार की टक्कर से बाघ की मौत हो गई।
बुधवार सुबह करीब चार बजकर 15 मिनट पर पलियाकलां क्षेत्र के गांव फुलवरिया में एक बाघिन रामकेवल पुत्र मिहीलाल के घर घुसी और घारी में बंधी बछिया पर हमला कर दिया। बछिया की आवाज पर रामकेवल की पत्नी ने डंडे से जब बाघिन को मारा तो वह पास के ही झोटिल पुत्र सुंदर के घर घुस गई। 65 वर्षीय झोटिल पर हमला कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया तो बाघिन झोटिल को छोड़कर करीब दो सौ मीटर दूर स्थित राम रतन के घर घुस गई और चारपाई पर सो रही उसकी पत्नी 45 वर्षीय रामरानी पर हमला कर दिया। घसीटकर ले जाने लगी।
शोर सुनकर कई ग्रामीण आए गए और घेरते हुए बाघिन को पीटना शुरू कर दिया। पिटाई से बाघिन की मौत हो गई। बाघिन के हमले में घायल झोटिल व रामरानी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। यहां से दोनों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
सूचना पर बफरजोन रेंजर विनय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और बाघिन के शव को कब्जे में लिया। रेंज कार्यालय आकर उसको रखा गया। दुधवा के एफडी डॉ. एच राजामोहन, डीडी डाॅ. रंगाराजू टी., एसडीओ पलिया पीयूष मोहन श्रीवास्तव ने जायजा लिया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को जला दिया गया है।
दूसरी घटना में किशनपुर सेंक्चुरी से गुजरे भीरा-पलिया हाईवे पर बुधवार सुबह करीब 10 बजे जंगल से निकला बाघ बरगद चौकी क्षेत्र में रेलवे क्राॅसिंग के निकट हाईवे पार कर रहा था। इस दौरान उधर से गुजर रही हरियाणा नंबर की तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने से बाघ सड़क से 50 मीटर दूर जंगल में जाकर गिरा। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
कार को किशनपुर सेंक्चुरी मैलानी रेंज जंगल के बैरियर पर तैनात वन कर्मियों ने चेकिंग के लिए रोका। टीम को वाहन में बाघ के बाल चिपके मिले। सूचना मिलते ही दुधवा टाइगर रिजर्व के एफडी डॉ. एच राजामोहन, डीडी दुधवा डॉ. रंगाराजू टी. समेत अन्य वनाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बाघ के शव को कब्जे में ले लिया।