सफीपुर। प्रधान, चकबंदी लेखपाल सहित अन्य लोगों ने किसान को कागजों पर मृत दर्शाकर उसकी 1.5 बीघा जमीन दूसरे युवक के नाम कराने के बाद बेच ली। न्यायालय के निर्देश पर आसीवन थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई है। पीड़ित ने इससे पहले कई अधिकारियों से भी शिकायत की थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
आसीवन थानाक्षेत्र के गांव उत्साह निवासी शिवचरन पुत्र छोटे लाल ने न्यायालय में आवेदन दिया था कि उसकी जमीन संख्या 222 और 635 मिलाकर करीब डेढ़ बीघा है। ग्राम प्रधान रामनारायण, सहयोगी प्रदीप कुमार सिंह ने चकबंदी लेखपाल राजेश के साथ मिलकर प्रधान के लेटर पैड पर उसे मृत दिखाकर प्रमाणपत्र बनवा लिया। बाद में पल्टाखेड़ा निवासी विकास पुत्र गयादीन का फर्जी नामपता डालकर पांच जनवरी 2024 उसके नाम दर्ज करा दी।
विकास हरदोई के संडीला थानाक्षेत्र के गांव भदसेन अटवा का रहने वाला है। विकास ने 23 फरवरी 2024 को जमीन जमालापुर निवासी अनूप पुत्र दुर्योधन के नाम बैनामा कर दी। इसमें गवाह के तौर पर साजिशकर्ताओं के साथ गांव के पिंटू सिंह, रजनीश और चकबंदी के कानूनगो भी शामिल हैं। शिवचरन के मुताबिक मार्च में उसे तब फर्जीवाड़े का पता चला तो वह आसीवन थाने के साथ एसडीएम सफीपुर से मिल खुद को जीवित होना बताता रहा, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम को भी उसने अपने जीवित होने की बात बताई पर कुछ नहीं हुआ। 11 मार्च को एसपी कार्यालय भी गया लेकिन वहां भी भगा दिया। जब कहीं से आस नहीं दिखी तो अप्रैल महीने में न्यायालय में प्रार्थनापत्र दिया। तब सुनवाई हुई।
थानाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर ग्राम प्रधान, लेखपाल, कानूनगो, क्रेता व उसके सहयोगियों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।