उन्नाव। लखनऊ-कानपुर हाईवे के गदनखेड़ा बाईपास पुल पर दशकों इंतजार के बाद लोगों को जाम से निजात मिलने की उम्मीद बुधवार को पूरी नहीं हो सकी। निर्माण एजेंसी ने बुधवार को सुबह 10 बजे से पुल यातायात के लिए खोलने की बात कही थी। सुबह पुल के लोकार्पण का पेच फंस गया। पीएनसी के अधिकारियों का कहना है कि सांसद से लोकार्पण कराया जाएगा। हालांकि सांसद का कहना है कि वह केंद्रीय मंत्री से लोकार्पण कराना चाहते हैं लेकिन इस संबंध में उनकी किसी अधिकारी से कोई बात नहीं हुई है। पुल जनता के लिए बना है उसे खोल देना चाहिए।
लखनऊ-कानपुर हाईवे और उन्नाव-लालगंज (रायबरेली) हाईवे को जाने वाले गदनखेड़ा चौराहा पर जाम की समस्या आज बुधवार से खत्म होने के दावे किए गए थे। पुल का निर्माण करा रही निर्माण एजेंसी पीएनसी के प्रोजेक्ट मैनेजर अशोक कुमार तिवारी ने बुधवार सुबह पुल से यातायात चालू करने की बात बताई थी। इसकी जानकारी होने से लोगों में खुशी थी। लेकिन बुधवार शाम तक पुल को यातायात के लिए खोला नहीं गया। वहीं दूसरी तरफ चौराहा पर दिन भर लोग जाम से जूझते रहे। दोपहर 12 से शाम तीन बजे तक दो किलोमीटर तक यातायात रेंगता रहा। पीएनसी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि बुधवार को पुल से यातायात इसलिए नहीं शुरू कराया गया क्योंकि इसका लोकार्पण कार्यक्रम होना है। सांसद से इस पुल को जनता को समर्पित कराया जाएगा, इस पुल को पास कराने में उनका अहम योगदान है।
वहीं सांसद साक्षी महाराज ने बताया कि पुल का लोकार्पण वह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कराने का प्रयास कर रहे हैं। जल्द ही उनका कार्यक्रम तय कराएंगे। हालांकि निर्माण पूरा होने के बाद भी यातायात के लिए न खोलने से लोगों को हो रही परेशानी के सवाल पर सांसद ने बताया कि पुल तो जनता को सुविधा देने के लिए ही बनाया गया है। उसे खोल देना चाहिए, लोकार्पण-उद्घाटन तो बाद में भी होता रहेगा। इस संबंध में एनएचएआई के अधिकारियों से बात करेंगे।