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उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली और बाराबंकी… लखनऊ एससीआर की बाउंड्री तय, सीएम योगी ने लिया बड़ा फैसला

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Yogi Adityanath Lucknow SCR Boundary: दिल्ली एनसीआर की तर्ज पर यूपी में लखनऊ एससीआर बनाने की योजना पर काम तेज हो गया है। योजना को अमली जामा पहनाने के लिए कवायद शुरू हुई है। शुक्रवार को इससे जुड़ी अधिसूचना भी जारी कर दी गई। एससीआर प्राधिकरण में सीएम योगी को अध्यक्ष बनाया गया है।

Abhigya Times, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एससीआर यानी स्टेट कैपिटल रीजन बनाने के लिए पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई है। सरकार ने लखनऊ समेत उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली और बाराबंकी को मिलाकर एससीआर बनाने का फैसला किया है। इसी क्रम में एनसीआर की तर्ज पर यूपी में बनाए जा एससीआर के गठन के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस योजना के तहत 27,860 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र अधिग्रहित किया जाएगा। राज्य राजधानी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। मुख्य सचिव समेत तमाम अधिकारियों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल, यूपी पहला राज्य होगा जहां इस तरह का कदम उठाया जा रहा है और उस पर अमल भी हो रहा है।

उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र में लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, रायबरेली और बाराबंकी को शामिल किया गया है। जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक एससीआर के लिए लखनऊ की 2528 वर्ग किलोमीटर जमीन अधिग्रहण की जाएगी। यह सबसे कम क्षेत्रफल है। सबसे ज्यादा क्षेत्रफल हरदोई का है। हरदोई जिले की 5986 वर्ग किलोमीटर, सीतापुर की 5743 वर्ग किलोमीटर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इसी तरह उन्नाव जिले की 4558 वर्ग किलोमीटर, रायबरेली की 4609 वर्ग किलोमीटर और बाराबंकी की 4402 वर्ग किलोमीटर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस तरह सभी जिलों की मिलाकर कुल 27,860 क्षेत्रफल वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र एससीआर के दायरे में शामिल किया जाएगा।

एससीआर के लिए प्राधिकरण का गठन

यूपी राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) को लेकर एक प्राधिकरण का गठन किया गया है। जिसे उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के नाम से जाना जाएगा। इस प्राधिकरण के अध्यक्ष सीएम योगी आदित्यनाथ होंगे। जबकि मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है। विभागीय अपर मुख्य सचिव, विभागीय सचिव, कई महत्वपूर्ण विभागों के अपर मुख्य सचिव और सचिव पदेन सदस्य होंगे। सभी 6 जिलों के डीएम और प्राधिकरण उपाध्यक्ष भी इसके सदस्य होंगे।

एससीआर प्राधिकरण के सचिव होंगे मंडलायुक्त

इसके साथ ही मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक भी पदेन सदस्य होंगे। साथ ही भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय की ओर से नामित अधिकारी भी इस प्राधिकरण के सदस्य होंगे। वहीं, एससीआर प्राधिकरण के सचिव मंडलायुक्त लखनऊ होंगे। बताते चले कि एनसीआर को जैसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र कहा जाता है वैसे ही एससीआर को भी राज्य राजधानी क्षेत्र के नाम से जाना जाएगा। इसी तरह एनसीआर में जैसे दिल्ली के आसपास के जिलों को राष्ट्रीय राजधानी के तहत योजनाबद्ध तरीके से विकसित किया गया है।

एनसीआर की तर्ज पर ही एससीआर में लखनऊ और उसके आसपास के जिलों का विकास लखनऊ के तहत ही किया जाएगा। कुल मिलाकर नोएडा-गाजियाबाद की तरह ही लखनऊ और उसके आसपास के जिलों की भी तस्वीर बदल जाएगी। इन इलाकों में विकास योजनाओं को तेज गति दी जा सकेगी।

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