अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का भारता दौरा चीन को रास नहीं आया। इसकी एक बड़ी वजह है तिब्बत की आजादी और दलाईलामा के प्रति अमेरिका का बढ़ता समर्थन। ब्लिंकन जब दिल्ली में थे तभी दलाईलामा के प्रतिनिधि न्योडुप डोंगचुंग ने उनसे मुलाकात की। उन्होंने तिब्बत की आजादी के लिए चल रहे आंदोलन का समर्थन करने के लिए अमेरिका और ब्लिंकन को धन्यवाद दिया। बस, यही बात चीन को अखर गई। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि तिब्बत उनका आंतरिक मसला है अमेरिका को इसमें दखल नहीं देना चाहिए। प्रवक्ता का कहना है कि दलाईलामा के प्रतिनिधि से मिलकर अमेरिका ने वादा खिलाफी की है।