रायबरेली। जिले में जमीन का सर्किल रेट एक जनवरी से बढ़ाने की कवायद तेज हो गई है। प्रस्तावित सूची जारी होने के बाद आई आपत्तियों के निस्तारण का काम पूरा हो गया है। शहर से सटे सलीमपुर सीकी गांव को नगर से हटाकर यहां ग्रामीण क्षेत्र का सर्किल रेट लागू करने की मांग खारिज कर दी गई है। नगर पालिका की रिपोर्ट आने के बाद संबंधित गांव में शहर का सर्किल रेट लागू करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा सर्किट रेट कम किए जाने के संबंध में आठ अन्य गांवों से आई आपत्तियों को भी खारिज कर दिया गया है। डीएम के अनुमोदन के बाद जल्द ही नया सर्किल रेट लागू हो जाएगा
जिले में जमीन का बाजार भाव सरकारी मूल्य की तुलना में बहुत अधिक हो गया है। डीएम सर्किल रेट कम होने का फायदा प्रापर्टी डीलर उठा रहे हैं। शासन की मंशा पर इस बार 20 से 25 प्रतिशत तक सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है। नगरीय में 150, अर्ध नगरीय में 94 और ग्रामीण के 204 सर्किल क्षेत्रों में 20 से 25 प्रतिशत तक जमीन का रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है। इस बार 25 गांवों को विकासशील क्षेत्र में शामिल किया गया है। प्रस्तावित सूची जारी करने के बाद आपत्तियां मांगी गई थीं।आपत्तियों के निस्तारण का काम पूरा हो गया है।
नगर पालिका क्षेत्र में शामिल सलीमपुर सीकी गांव को ग्रामीण क्षेत्र में शामिल किए जाने की मांग की गई थी, जिसे खारिज कर दिया गया है, क्योंकि संबंधित गांव के कुछ गाटा नगर पालिका क्षेत्र में ही हैं। इसके अलावा दाउदनगर, गढ़ी खास, किशुनपुर रामचंदर, भांव, चकनिजाम, उफरामऊ, धुन्नी सिंह नगर, डलमऊ के मधुकरपुर और महराजगंज के समसपुर हलोर में सर्किल रेट को किए जाने की मांग की गई। व्यावसायिक गतिविधियां अधिक होने के कारण आपत्तियों को खारिज कर दिया गया है। उप निबंधक सदर बृजेश पाठक ने बताया कि कार्यालय के स्तर से आपत्तियों के निस्तारण का काम पूरा हो चुका है। एडीएम और डीएम के अनुमोदन के बाद नया सर्किल रेट लागू होगा।