लखीमपुर खीरी। ग्रामीण स्तर पर बच्चों को अच्छी और गुणवत्ता परक शिक्षा के लिए सात कॉलेजों को उच्चीकृत किए जाने की मंजूरी मिल गई है। शासन की ओर से आधी ग्रांट भी जारी की जा चुकी है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद पदों का सृजन होने के बाद शिक्षण कार्य शुरू कराया जाएगा। कॉलेजों की मंजूरी मिलने के बाद निश्चित तौर पर बच्चों को स्कूलों का लाभ मिलेगा।
डीआईओएस डॉ. महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दस स्कूलों के निर्माण कार्य को लेकर शासन ने ग्रांट जारी की थी। लेकिन, तीन ऐसे स्कूल हैं, जिनके लिए जगह नहीं मिल पाई है। उन तीनों स्कूलों के लिए मिली ग्रांट शासन को वापस की जाएगी। स्कूल निर्माण के लिए कार्यदाई संस्था को धनराशि भेज दी गई है।
जल्द ही स्कूलों का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि राजकीय हाईस्कूल तिकोना फार्म पलियाकलां, राजकीय हाईस्कूल निघासन, राजकीय हाईस्कूल सरपतहा ईसानगर, प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय सहिजना ईसानगर, प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय जमकोहना नकहा व प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय बौधिकला निघासन के लिए आधी धनराशि जारी हो चुकी है।
इसके अलावा भूमि न उपलब्ध होने की दशा में तीन स्कूलों प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय नौसर गुलरिया बिजुआ, प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय मालपुर बिजुआ व यूपीएस चखरा निघासन की ग्रांट शासन को वापस की जाएगी।
519.45 लाख रुपये की लागत से होगा इंटर कॉलेजों का निर्माण
शासन की ओर से हाईस्कूलों को उच्चीकृत किया गया है। इन तीन कालेजों में आने वाले दिनों में इंटर तक की पढ़ाई हो सकेगी। तीनों कॉलेजाें के लिए कुल 519.45 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। जबकि 50 फीसदी 259.725 लाख रुपये की धनराशि मिल चुकी है। इसके अलावा चार और स्कूल उच्चीकृत हुए हैं। इन स्कूलों के लिए 513.08 लाख रुपये की मंजूरी मिली थी। इसके सापेक्ष 132.77 लाख रुपये कार्यदाई संस्थाओं के खातों में भेज दिए गए हैं।