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Lakhimpur Kheri News: फसलों को सिंचाई की जरूरत… सूखी पड़ीं नहरें

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लखीमपुर खीरी। गेहूं, गन्ना, सरसों सहित अन्य फसलों की बोआई के बाद अब सिंचाई के लिए पानी की जरूरत है, लेकिन जिले की अधिकांश नहरें सूखी पड़ी हैं। ऐसे में किसानों के आगे संकट है। वहीं, विभागीय अफसरों का कहना है कि शिल्ट सफाई का कार्य लगभग पूरा हो गया है। दिसंबर के पहले हफ्ते में ही नहरों में पानी छोड़ने की तैयारी है।
जिले में करीब 75 छोटी-बड़ी नहरें हैं। अधिकांश किसान नहर के पानी से ही सिंचाई पर निर्भर हैं। सिंचाई का समय शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया है। ऐसे में किसान परेशान नजर आ रहे हैं। गोला, बिजुआ, मितौली, ओयल आदि क्षेत्र के किसानों का कहना है कि नहर में पानी आएगा तब फसलों की सिंचाई शुरू करेंगे। हालांकि कुछ किसानों ने अपने संसाधनों से सिंचाई का प्रबंध कर लिया है।
शासन की टीम कर चुकी निरीक्षण
नहरों की सफाई कार्यों की स्थिति जानने के लिए दो दिन पहले लखनऊ के अधीक्षण अभियंता सभाजीत वर्मा और अधिशासी अभियंता वीपी सिंह लखीमपुर पहुंचे थे। ओयल, कस्ता, भीरा सहित करीब 10 नहरों का निरीक्षण कर रिपोर्ट शासन को भेजी थी। उनके निरीक्षण में अधिकांश नहरों की सफाई होना पाया गया था।
रजवाहों की हुई तलीझाड़ सफाई
बांकेगंज। खीरी और सीतापुर ब्रांच नहरों के 12 रजवाहों और माइनरों की सफाई का कार्य तेज गति पर है। 112 किलोमीटर लंबी दूरी के 12 माइनरों में जेसीबी मशीन के जरिये 80 फीसदी काम लगभग पूरा हो गया है। खीरी ब्रांच नहर के जेई अभिषेक सिंह ने बताया कि संसारपुर माइनर, रजबहा, ढ़ाकनपुर, रामपुर इमलिया, ममरी समेत 12 माइनर और रजवाहों की सफाई का कार्य अंतिम चरण में है। रजवाहों की टेल तक पानी पहुंचाने के लिए कार्य कराया जा रहा है। इसमें खीरी और सीतापुर ब्रांच नहरों की साफ-सफाई का काम प्रस्तावित नहीं है। नहरों और रजवाहों की सफाई का ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। संवाद
पलेवा करने को तरस रहे किसान
ममरी। खेतों में खड़ी सरसों, गेहूं आदि की फसल की सिंचाई और पलेवा करने को किसान तरस रहे हैं। किसानों का कहना है कि उनके खेतों में खड़ी अगैती गेहूं और सरसों की फसल सिंचाई मांग रही है। साथ ही पेड़ी गन्ने से खाली हुए खेतों का पलेवा करके उनमें गेहूं की बोआई करनी है। सभी नहरें डेढ़ महीने से सूखी पड़ी हैं। ऐसी दशा में सभी नहरों में पानी चलाने की मांग की है। अधिकारियों का कहना है कि सिल्ट सफाई का काम पूरा होते ही नहरों में पानी छोड़ दिया जाएगा। संवाद
नहरों की सफाई का काम लगभग पूरा हो गया। नहर में पानी छोड़े जाने का रोस्टर भी लगभग तैयार है। इसी हफ्ते या अगले हफ्ते तक पानी छोड़ने की तैयारी की जा रही है।

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