सीतापुर। नैमिषारण्य क्षेत्र में गोमती में गिरने वाली मंदाकिनी नदी के पुनरुद्धार का काम निरंतर जारी है। तीसरे दिन बुधवार को 55 बीघे में फैले सात तालाबों की खोदाई शुरू हुई। लोक भारती संस्था व जिला प्रशासन के सहयोग से पांच साल पूर्व बनाई गई योजना के तहत काम किया जा रहा है। गौरतलब है कि खोदाई के दूसरे दिन मंगलवार को चित्रकूट तीर्थ में सोते फूटने से काम में लगे दल का मनोबल बढ़ा है।
नैमिषारण्य स्थित मंदाकिनी नदी पट चुकी है। इसके पुनरुद्धार का काम वर्ष 2019 में ड्रोन और स्थलीय सर्वे कार्य से शुरू किया गया था। इसके बाद चरणवार जन जागरूकता अभियान चलाया गया। सीतापुर से चित्रकूट जाकर लोकभारती के पदाधिकारी घड़ों में जल भरकर लाए थे। इसके बाद ही चिह्नित तालाबों की खोदाई शुरू की गई।
चौथे चरण का काम 27 जनवरी से शुरू किया गया। इसके तहत भिठौली ग्राम पंचायत के चित्रकूट तीर्थ के सिल्ट सफाई में तीन सोते फूटे हैं। बुधवार को लोक भारती संस्था के जिला संयोजक कमलेश सिंह ने संबंधित विभागों के तकनीकी दल और जिला प्रशासन के सहयोग से तीन जेसीबी के माध्यम से मुड़ियारा ग्राम पंचायत स्थित नवीन गल्ला मंडी के पीछे के सात तालाबों की खोदाई शुरू कराई।
ये तालाब तकरीबन 55 बीघे में फैले हैं। भूमि संरक्षण विभाग से सेवानिवृत्त तकनीकी अफसर वीरेंद्र सिंह अभियान की देखरेख कर रहे हैं। संबंधित ग्राम पंचायतों के प्रधान संग अन्य समाजसेवी इस कार्य में मददगार की भूमिका निभा रहे हैं।