लखीमपुर खीरी। हाईवे पर घूम रहे छुट्टा पशु हादसे का कारण बन रहे हैं। मंगलवार देर शाम लखीमपुर-पलिया हाईवे पर छुट्टा पशु से टकराकर कार सवार दो लोगों की मौत के बाद यह मुद्दा फिर गरमा गया है।
लोगों ने प्रशासन से छुट्टा पशुओं को गोआश्रय स्थल भिजवाने की अपील की है। जिले में बड़ी संख्या में गोवंशीय पशु हाईवे और अन्य सड़कों पर खड़े रहते हैं। इसमें लखीमपुर पलिया, भीरा मार्ग समेत अन्य हाईवे पर बड़ी संख्या में छुट्टा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। इससे अक्सर लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं।
लखीमपुर सीतापुर, लखनऊ फोरलेन हाईवे के ओयल कस्बे के पास बेसहारा गोवंशीय पशुओं के चलते हादसे भी हो चुके हैं। इसी तरह से लखीमपुर-लखनऊ, पलिया स्टेट हाईवे, निघासन हाईवे और गोला मोहम्मदी हाईवे, जंगबहादुरगंज, मैगलगंज-शाहजहांपुर हाईवे पर हादसे हो चुके हैं। शहर और कस्बों में भी विभिन्न सड़कों और चौराहों के पास गोवंशीय पशुओं का जमावड़ा रहता है।
हालांकि प्रशासन का दावा है कि तमाम अभियान चलाए जा रहे हैं। छुट्टा पशुओं को गोशालाओं में छोड़ा जा रहा है। लेकिन इन दावों के बावजूद हाईवे पर मौत बनकर घूम रहे छुट्टा पशुओं के कारण लोगों की जान जा रही है।