बिलग्राम सीएचसी अव्यवस्थाओं के चलते खुद बीमार है। सीएचसी में न तो मरीजों के बैठने के लिए कोई समुचित स्थान हैं और न ही हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती है। यहां महिला चिकित्सक कभी-कभार आती है। स्टाफ नर्सों के भराेसे गर्भवतियों को रहना पड़ता है। रविवार की शाम ग्राम बैफरिया के राजबहादुर ने अपनी बहू विनीता को प्रसव के लिए सीएचसी लेकर आए।
Abhigya Times, बिलग्राम। सीएचसी पर अगर मरीज का उपचार कराने आए तो आपको पहले तो घंटे इंतजार करना पड़ेगा। रविवार शाम प्रसव के लिए आई एक महिला पांच घंटे दर्द से तड़पती रही, तीमारदारों के आक्रोशित होने पर स्टाफ नर्सों से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
बिलग्राम सीएचसी अव्यवस्थाओं के चलते खुद बीमार है। सीएचसी में न तो मरीजों के बैठने के लिए कोई समुचित स्थान हैं और न ही हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती है। यहां महिला चिकित्सक कभी-कभार आती है। स्टाफ नर्सों के भराेसे गर्भवतियों को रहना पड़ता है। रविवार की शाम ग्राम बैफरिया के राजबहादुर ने अपनी बहू विनीता को प्रसव के लिए सीएचसी लेकर आए।