Lucknow News जेल में बंदी को पहले 10 दिनों के लिए क्वारंटीन बैरक में रखा जाता है। इसके बाद उसे दूसरी बैरक में रखे जाने की व्यवस्था होती है। बैरक परिवर्तन के समय बंदियों की भ्रष्टाचार व भेदभाव की शिकायतों को देखते हुए कारागार प्रशासन ने अब बैरकों को संख्या के स्थान पर अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षरों के अनुरूप विभाजित करने का निर्णय किया है।
Abhigya Times, लखनऊ। जेलों में बंदियों की बैरक आवंटित किए जाने में भेदभाव व भ्रष्टाचार के आरोपों काे देखते हुए नई पहल की गई है। अब बंदियों को उनके नाम के पहले अक्षर के अनुरूप बैरक का आवंटन किया जाएगा। इससे मुलाकात के दौरान बंदियों को उनकी बैरक से बुलाने में भी सुविधा होगी।
क्वारंटीन बैरक का समय पूरा होने पर मिलेगी नई बैरक
जेल में बंदी को पहले 10 दिनों के लिए क्वारंटीन बैरक में रखा जाता है। इसके बाद उसे दूसरी बैरक में रखे जाने की व्यवस्था होती है। बैरक परिवर्तन के समय बंदियों की भ्रष्टाचार व भेदभाव की शिकायतों को देखते हुए कारागार प्रशासन ने अब बैरकों को संख्या के स्थान पर अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षरों के अनुरूप विभाजित करने का निर्णय किया है। ताकि क्वारंटीन बैरक का समय पूरा होने पर बंदियों को उनके नाम के पहले अक्षर के अनुरूप अलग-अलग बैरकों में भेजा जा सके।