मेरा नाम सिपाही है… विजय दिवस पर मनोज मुंतशिर का लिखा गीत गुनगुनाया अजय देवगन ने
फिल्मी दुनिया ने कारगिल विजय दिवस को इस बार बहुत खास बना दिया। बॉलीवुड ने जिस तरह कारगिल के हीरोज को याद किया, उससे 22 साल पुरानी जंग जैसे सबकी आंखों के सामने आ गई। एक ओर जहां करन जौहर ने कारगिल के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की जांबाजी पर नई फिल्म ‘शेरशाह’ का कारगिल पहुंचकर आगाज किया, वहीं दूसरी ओर बॉलीवुड के सिंघम अजय देवगन ने मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर की लाइनें ‘मेरा नाम सिपाही है…’ गुनगुनाकर देशवासियों की आंखें नम कर दी। इस गीत को सुनकर सबसे ज्यादा भावुक तो सबसे बड़े खिलाड़ी अक्षय कुमार हुए और उन्होंने इसे सोशल मीडिया पर भी व्यक्त किया है। बता दें कि अजय देवगन ने 2 मिनट 3 सेकेंड की यह पूरी कविता विजय दिवस के दिन ही रिलीज की है।
‘भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया’ के टीजर में सुनाई दी थीं ये लाइनें
भारतीय सेना की बहादुरी को दिखाती अजय देवगन की फिल्म ‘भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया’ जल्द ही रिलीज होने वाली है। फिल्म के टीजर में इसी कविता की लाइनें अजय देवगन की आवाज में सुनाई दी थी- ‘मेरे मरने का मातम मत करना, मैंने खुद ये शहादत चुनी है। मैं जीता हूं मरने के लिए, मेरा नाम है सिपाही।‘
अजय देवगन के लिए दिल उड़ेल दिया अक्षय ने
अजय देवगन के वीडियो के देश के सामने लाएं हैं खतरों के खिलाड़ी अक्षय कुमार। ट्वीटर पर इस वीडियो को शेयर करते हुए अक्षय लिखते हैं, ‘मैं असल जिंदगी में अपनी भावनाएं आसानी से व्यक्त नहीं कर पाता। लेकिन, इन लाइनों को सुनकर मेरी आंखों में आंसू आ गए। अजय देवगन मुझे नहीं पता था कि तुम्हारे अंदर इतना लाजवाब कवि बसता है। किस-किस बातत पर मेरा दिल जीतोगे यार?’ इस पोस्ट के बाद अक्षय कुमार को जब पता चलता है कि अजय ने जिन लाइनों को गुनगुनाकर पूरे देश के लोगों की आंखें भिगो दी हैं, वह लाइनें यूपी के लाल प्रतिभाशाली गीतकार मनोज मुंतशिर ने लिखी हैं तो उन्होंने कुछ देर बाद अपने ट्वीट में संशोधन भी कर दिया। अक्षय ने फिर ट्वीट किया, ‘अभी पता चला कि इतनी दिल को छूने वाली कविता बेहद प्रतिभाशाली मनोज मुंतशिर ने लिखी हैं और उसे अजय देवगन ने स्वर दिया है।